Discover Divine Wisdom: Krishna Quotes in Hindi for Spiritual Inspiration

Explore profound insights with our collection of Krishna quotes in Hindi. Immerse yourself in divine wisdom and spiritual guidance through these inspirational quotes. Find inner peace and enlightenment in the timeless teachings of Lord Krishna, beautifully presented in Hindi.

Best Krishna Quotes in Hindi

Radha quotes about love

जो कुछ भी होता है, अच्छे के लिए होता है।

मन को कभी भी किसी का दुःख नहीं होता, मन उसके विचारों से होता है।

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कर्म का फल केवल कर्मानुष्ठान में ही मिलता है, फल का अधिकार कर्मी को नहीं होता।

जब तक आप अपनी भूमि में स्थिर रहते हैं, आपको विघ्न नहीं आता।

कर्म को करने में लगे रहो, फल की चिंता मत करो।

आत्मा कभी नष्ट नहीं होती, वह सदैव अज्ञेय रहती है।

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कर्म की योजना में हमेशा कोई न कोई असफलता होती है, लेकिन हार मत मानो, कर्म करते रहो।

अगर तुम अपने कर्मों में समर्पित हो, तो तुम्हारा कर्म भी तुम्हारे साथ समर्पित होता है।

विश्वास का बन्धन मनुष्य को अपने लक्ष्य तक पहुंचाता है।

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कर्म करो, फल की चिंता मत करो, क्योंकि फल तो कर्म करने वाले के हक में है।

मन को नियंत्रित करो, और फिर तुम किसी भी समस्या का सामना कर सकते हो।

कर्म करते रहो, लेकिन भावना में आसक्त नहीं होना चाहिए।

अगर तुम मनुष्यों को खुश देखना चाहते हो, तो उनके दुःख में साझा करो।

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कर्म की एक महत्वपूर्ण बात यह है कि वह निष्काम होना चाहिए।

अपने कर्मों को सतत रूप से करते रहो, फल की चिंता मत करो।

जब तुम किसी के साथ न्याय करते हो, तो तुम्हें उससे बड़ी शक्ति मिलती है।

विश्वास करो, लेकिन अपनी कड़ी मेहनत करो, क्योंकि विश्वास बिना मेहनत के व्यर्थ है।

जब तुम अपने कर्मों के लिए समर्पित होते हो, तो तुम्हें सुख-शांति का अहसास होता है।

किसी के साथ भलाई करने में कोई विघ्न नहीं होता, बस यही सीख लो।

अगर तुम अपने कर्मों में समर्पित हो, तो तुम जीवन के हर क्षण को महत्वपूर्ण बना सकते हो।

मन को संयमित रखो, और तुम अपने लक्ष्यों को हासिल कर सकोगे।

कर्म को फल के बिना करो, लेकिन फल के लिए कर्म मत छोड़ो।

अपने कर्मों में समर्पण होने पर ही व्यक्ति अपनी सफलता को प्राप्त कर सकता है।

अपने कर्मों को प्रेम से करो, और तुम्हें उसमें आनंद मिलेगा।

कर्म को भले ही छोड़ो, लेकिन अपनी भूमि में स्थिर रहो।

जब तुम अपने कर्मों को सच्चे मन से करो, तो उनमें सफलता अवश्य होगी।

कर्म करते रहो, परंतु उसका आसरा न करो।

अगर तुम मेहनत करते हो, तो तुम्हें अपना लक्ष्य जरूर मिलेगा।

अपने कर्मों को दृढ़ता से करो, और फिर देखो कैसे सफलता तुम्हारे पास आती है।

कर्म को आत्मा से जोड़ो, और तुम्हें अपने लक्ष्य की प्राप्ति होगी।

कर्म की प्राथमिकता रखो, और फिर तुम्हारी सफलता खुद ब खुद आएगी।

कर्म में समर्पण रखो, और फल में आसक्त नहीं होना चाहिए।

आत्मा को शांति का मार्ग कर्म में ही मिलता है।

कर्म की निष्ठा रखो, और फिर तुम्हारा उद्दीपन जगमगाएगा।

कर्म करते रहो, और अपने कर्मों का आनंद लो।

कर्म में आसक्ति नहीं होनी चाहिए, लेकिन समर्पण जरूरी है।

कर्म की भावना में रहो, और तुम्हारी सफलता तुम्हारे पास होगी।

कर्म का आनंद उसके अनुभव में है, न कि फल में।

कर्म को ध्यान से करो, और तुम्हें उसका अच्छा फल मिलेगा।

कर्म में समर्पण और निष्ठा रखो, और तुम सफलता की ऊँचाइयों तक पहुंच सकोगे।

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