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40 + एटीट्यूड शायरी 2 लाइन: दिल की बातें छोटी, मगर अज़ीज़ हैं ये जज्बात। New Attitude Shayari 2 line

Attitude Shayari 2 line

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हिंदी में एटीट्यूड कोट्स – जीवन को सहज और सकारात्मक बनाएं | Attitude quotes in hindi

तेरे इश्क में हूँ मैं मतवाला,
अपनी जिंदगी को बना लिया मैं ख्याला।

दिल की बातों को कहूं कैसे,
राज रखा है इस दिल ने अपने ख्यालों में।

जख्मों की गहराईयों में छुपा हूँ,
मुस्कराहट के पीछे छुपा हूँ।

नफरत से नहीं, मोहब्बत से डरता हूँ,
अपनी ताक़त में ही सब कुछ हासिल करता हूँ।

राहों में बिछा है सिर्फ तन्हाई का सफर,
मेरा अंदर है एक अलग सा इंतजार।

ज़िन्दगी की राहों में, मैं हूं सिर्फ़ अपना राज,
जो बदल जाएगा, लेकिन कभी नहीं बिखरेगा।

चेहरे पे हंसी, दिल में उदासी,
ये तो बस एक तालमेल की बात है।

ख्वाबों की राहों में खोया हूँ मैं,
अपने अंदर की आग में जला हूँ मैं।

रातें हैं सीने में छुपे राज़ की कहानी,
जीवन की लड़ाई में हूँ मैं एक कहानी।

दिल की गहराइयों से निकला हूँ मैं,
खुद को पहचाना हूँ मैं।

तेरे ख्वाबों में खो जाऊँ,
अपनी तक़़दीर को मैं बदल जाऊँ।

हौंसला है मेरी आंधी का मुकाबला,
मैं खड़ा हूँ खुदा के सामने, बेखौफ़ और बेबाकी से।

चेहरे पे हंसी, दिल में उत्साह,
मैं हूँ अपने अंदर का राजा।

मोहब्बत की राहों में हूँ मैं भटका,
पर मेरी मंज़िल मेरा अपना राज है।

जीवन के सफर में हूँ मैं यात्री,
अपने अंदर के राज़ का खुद में ही खज़ाना हूँ।

रिश्तों की मिट्टी में छुपा हूँ मैं,
अपनी तक़दीर को खुद में ही लिपटा हूँ।

दिल की बातें हैं छुपी, मैं अपना ही क़ज़ाना,
ज़िन्दगी की कहानी में हूँ मैं ही मुख्य पात्र।

मैं हूँ अपनी क़िस्मत का मिसाल,
ज़िन्दगी के हर राज़ में हूँ मैं शामिल।

अपने अंदर की आग को जलाकर,
मैं हूँ अपनी मंज़िल की ओर बढ़ता हूँ।

ज़िन्दगी की मोहब्बत में हूँ मैं रंगीन,
अपनी तक़दीर की कहानी में हूँ मैं महकीन।

दिल की बातें हैं कुछ खास,
मैं हूँ खुद का सफर, अपनी ही राहों में हूँ उलझा।

राहों में हूँ मैं खुद को खोजता,
अपने अंदर की दुनिया में हूँ मैं विभिन्न।

छुपा हूँ मैं राज़ों की कहानी में,
अपने अंदर की बातों में हूँ मैं छुपा।

मेरी मुस्कान के पीछे है कई दर्द,
मैं हूँ खुद का डॉक्टर, अपने अंदर का राजा।

जिंदगी की बड़ी कहानी में हूँ मैं भी शामिल,
अपनी मुसीबतों का सामना करता हूँ मैं विशेष।

जो भी हो मैं, हूँ अपना ही राज,
खुदा की राह में बढ़ता हूँ मैं खुद के साथ।

अपनी खोई हुई मुस्कान को ढूंढता हूँ,
अपने अंदर के गहरे सवालों के जवाब ढूंढता हूँ।

मेरी बातों के पीछे है एक खास बात,
मैं हूँ अपने अंदर का क़िस्सा और कविता का लेखक।

रातों की तन्हाई में हूँ मैं अपने साथ,
ज़िन्दगी के सफर में हूँ मैं अपने साथ।

मैं हूँ अपने अंदर की बातों का सुराग,
अपनी कहानी में हूँ बेहद शानदार।

रुखा सफर है मेरा, मुसीबतों में भी मुस्कान बरकरार है।

खुद को बेहतरीन बना लिया है, अब तक़दीर की बात छोड़ दी है।

हर कदम पर बोलता हूँ, मैं हूँ यहाँ अपनी मर्जी से, नहीं चाहिए राहों का हक़दार कोई।

रिश्तों को सिर्फ नाम देना आता है, वरना मेरे अंदर तो ताक़त का हुक़म चलता है।

अपनी राह में हूँ, जिन्दगी की राहों को तोड़ रहा हूँ।

खुद को बेहतरीन बना लिया है, अब तक़दीर की बात छोड़ दी है।

स्वाभाविक हूँ अपना, दुनिया को बुरा लगता है, तो ग़लतियों की तलाश में है।

तक़़दीर ने किया है इनकार, मैंने खुद को अपना सितारा बना लिया है।

दुनिया की चाहत में खोया नहीं, खुद को बना लिया हूँ अपनी मोहब्बत में बच्चा नहीं।

सुन ले दुनिया, तेरी बातों का खौफ़ नहीं, मैं तो अपने अंदर का सच हूँ।

अपनी मुसीबतों का सामना खुद करता हूँ, जिंदगी का मेरा रंग खुद उगलता हूँ।

हाथ में हूँ कलम, खुद की तक़दीर लिखता हूँ, दुनिया के हुक़म से कुछ नहीं फूँकता हूँ।

खुदा की माया से नहीं, अपनी मेहनत से बना हूँ शेर।

जिंदगी की किताब में, मैंने अपने ही किस्से लिख रखे हैं।

हर रोज़ नया इलाज़ निकालता हूँ, मेरी एकमात्र दवा है मेरा खुद पर यकीन।

अपने इरादे साफ़ हैं, जिंदगी को मैंने अपने हुक़म से जिया है।

बदला हुआ वक़्त बना लिया है, अब मैं अपने ख्वाबों को सच कर रहा हूँ।

खुदा से नहीं, अपनी मेहनत से मिलती है सफलता।

मेरी राहें मेरी मंजिल की तरफ जा रही हैं, बाक़ी राहों की मुझे परवाह नहीं।

हर कदम पर मैंने ताक़त दिखाई है, इसीलिए दुनिया मुझसे जली है।

अपनी हकीकत को सजा रखता हूँ, दुनिया की तक़दीर मेरे इरादों के बहकावे में है।

जिंदगी में खुदा से कहा, “तुम तो मेरे लिए रोज़गार हो, मैंने खुद को बना लिया हूँ सितारा हो।”

अपनी मंजिल की ओर बढ़ता हूँ, मेरा रास्ता ही मेरा मंजिल है।

दुनिया के रंगों में खोया नहीं, मैंने अपनी पहचान बना ली है।

अपने हुक़म से ही जिंदगी का खेल बना लिया है।

आदतें बदली हैं, तौर-तरीके बदले हैं, मैं वो नहीं बदला हूँ, जो मुझे बना लिया है।

रास्ता खुद बनाता हूँ, मंजिल मेरी खुद की है।

मेरी राहों में कोई रुकावट नहीं, मैंने तो अपने सपनों को हक़ीकत बना लिया है।

दुनिया की बातों में झुमा नहीं, मैं तो अपने इरादों में मस्त हूँ।

जिंदगी को मैंने अपने हिसाब से जिया है, दुनिया के हिसाब से नहीं।

अपने ख्वाबों की राहों में, मैं खुद ही राह बनाता हूँ।

दुनिया की नजरों में हूँ या नहीं, मैं तो खुद को सच्चा जानता हूँ।

अपने सपनों को हक़ीकत में बदलता हूँ, मैं ही अपने तक़दीर का मस्तर हूँ।

जिंदगी की राहों में खुद को बनाया है, मैंने हर कदम पे अपना ही राज़ खोला है।

मेरे अंदर की आग ही मेरी ताक़त है, जो बुझने वाली नहीं।

हक़ीकत में मैंने अपने सपनों को हक़ीकत में बदला है।

जिंदगी की किताब में, मैंने अपने ही किस्से लिख रखे हैं।

दुनिया की बातों में नहीं, अपनी क़द्र में हूँ मैं।

मेरी मुसीबतें मेरी ताक़त को नहीं, मेरे हुक़म को तोड़ सकती हैं।

अपने इरादों में बुलंद हूँ, जिंदगी की राहों में स्वयं को खोजता हूँ।

दुनिया की राहों में मैं, अपने सपनों की राह बनाता हूँ।

मैंने अपने ख्वाबों को हक़ीकत में बदला है, दुनिया मेरी क़द्र में नहीं है।

जिंदगी में हर मुश्किल को मैं, अपनी मेहनत से आसान बना लिया हूँ।

मैंने खुद को बनाया है वो, जो दुनिया में नहीं है।

दुनिया की बातों में मैं, अपनी बातों में जीता हूँ।

खुद को बनाया है ऐसा, कि अब कोई भी बिगड़ने वाला नहीं।

मैं अपनी हकीकत को नहीं, अपनी माया को दिखाता हूँ।

दुनिया की राहों में मैं, अपने सपनों की राह बनाता हूँ।

मैंने अपनी राहें खुद बनाई हैं, दुनिया की राहों में नहीं बटता हूँ।

दुनिया की नजरों में हूँ या नहीं, मैं तो अपनी हकीकत में हूँ।

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